नई दिल्ली । राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मणिपुर पर चर्चा के लिए सदन में गतिरोध खत्म करने के लिए नेताओं को 1 बजे बैठक के लिए बुलाया है। माना जा रहा है कि यह बैठक गतिरोध को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। विपक्ष के नेता और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि सभापति मणिपुर बहस पर विपक्ष की मांग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव कर रहे हैं। 
इसके जबाव में धनखड़ ने कहा कि उन्हें किसी की नहीं, बल्कि संविधान की रक्षा करने की जरूरत है। अपने जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे पीएम का बचाव करने की जरूरत नहीं है। मुझे किसी का बचाव करने की जरूरत नहीं है। मुझे संविधान...आपके अधिकारों की रक्षा करने की जरूरत है। नेता प्रतिपक्ष की ओर से इस तरह की टिप्पणी बहुत अच्छी नहीं है। विपक्ष संसद में मणिपुर मुद्दे पर बहस की मांग कर रहा है, जिससे मानसून सत्र की शुरुआत के बाद से कई बार व्यवधान और स्थगन हुआ है। विपक्ष भी प्रधानमंत्री पर मामले के संबंध में बयान जारी करने का दबाव बना रहा है।
इसके पहले राज्यसभा में विपक्षी दलों के मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग पर अडिग रहने के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने स्पष्ट कहा था कि वह प्रधानमंत्री को सदन में आने का निर्देश नहीं दे सकते।