भोपाल । मध्यप्रदेश के कई जिलों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर चार मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। वहीं अरब सागर के साथ ही बंगाल की खाड़ी से भी लगातार नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश में बादल बने हुए हैं। निचले स्तर पर बादल बने रहने और वातावरण में बड़े पैमाने में नमी के कारण सुबह के समय घना कोहरा भी छा रहा है। गुरुवार को भोपाल में सुबह सात बजे से आठ बजे तक दृश्यता 50 मीटर रह गई थी। मौसम विज्ञानियों के अनुसार शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है।मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। राजस्थान में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है। उत्तरी महाराष्ट्र पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में वर्षा हो रही है। अभी दो दिन तक बादल बने रहने की संभावना है। उधर, गुरुवार को सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक गुना में 15, खजुराहो में 6.8, टीकमगढ़ में छह, नौगांव में पांच, भोपाल में पांच, उमरिया में चार, दमोह में तीन, पचमढ़ी में दो, बैतूल, सागर, सीधी और जबलपुर में एक, सतना में 0.2, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।